LYRICS
❇️ भितरी बजावल जाता थरिया ।। ❇️
भीतरी बजावल जाता थरिया
गवाता सोहरिया नू हो
ऐ ललना बाजत आटे बाजा बाहरिआ
तो मिलते खबरिआ नू हो
बसहि जुगाता दुअरिया
की लागे न नज़रिआ नू हो
ऐ ललना गांव में के सगरी मेहरिआ
जुटत आ दोपहरिया नू हो
लडू से भरल दउरिआ
बताता साया सड़िया नू हो
ऐ ललना चउरा से भरल कोठरिया
फुलत ओहि घरिआ नू हो
ऐ ललना बाजत आटे बाजा बाहरिआ
तो मिलते खबरिआ नू हो
नन्दो पावेली फुलहि थरिया
ता लिप के साउउरिआ नू हो
ऐ ललना पावेला अनारी मोहरिया
त सोने के सिकरिया नू हो
ऐ ललना बाजत आटे बाजा बाहरिआ
तो मिलते खबरिआ नू हो
Bahut achhi voice hai prabhu ji ki 🙏🙏
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