भजन लिरिक्स : सखि हे दूल्हा के भरि आँखी देख लेहु ना
राजन जी महराज
✴️पूज्य राजन जी द्वारा श्री राम कथा में गाया हुआ श्री सीताराम विवाह के अवसर पर- सखि हे दुलहा के भरि आँखी देख लेहु ना, एक बहुत ही अद्भुत भजन है। यह भजन पूज्य श्री प्रताप चंद्र सिन्हा जी की रचना है । अक्टूबर 2018 में रायपुर की कथा में पूज्य राजन जी ने इसे गाया है।✴️
सखि हे दूल्हा के भरि आँखी देख लेहु ना
जइसन पहुना हमार वइसन कतहु केहू ना
कच घुंगरारे ऊपर मौर्या सवारे
नयन कजरारे अधर अरुनारे
भाल तिलक विषाल सोहे अंग पहुना
जइसन पहुना हमार वइसन कतहु केहू ना
सखि हे दूल्हा के भरि आँखी देख लेहु ना
आनन पे कोटि कोटि चन्द्रमा जडल बा
लागत बा मुर्तिया ई अपने गढ़ल बा
अति सूंदर अनंग लेकिन अइसन सेहुना
जइसन पहुना हमार वइसन कतहु केहू ना
स्वर्ग से सौगुन नीक धरतिया
जहवा बिराजे अइसन मोहिनी मुर्तिया
इनका समता में आवे रवि शशि पहुना
जइसन पहुना हमार वइसन कतहु केहू ना
सखि हे दूल्हा के भरि आँखी देख लेहु ना
जइसन पहुना हमार वइसन कतहु केहू ना
कइसे कइसे अइले इहवा नेवता न पतिया
बनके प्रताप विश्वामित्र के संघतिया
बक्सर वाले बाबा जी के ध्न्यवाद देहु न
जइसन पहुना हमार वइसन कतहु केहू ना
सखि हे दूल्हा के भरि आँखी देख लेहु ना
जइसन पहुना हमार वइसन कतहु केहू ना
राजन जी महराज
✴️पूज्य राजन जी द्वारा श्री राम कथा में गाया हुआ श्री सीताराम विवाह के अवसर पर- सखि हे दुलहा के भरि आँखी देख लेहु ना, एक बहुत ही अद्भुत भजन है। यह भजन पूज्य श्री प्रताप चंद्र सिन्हा जी की रचना है । अक्टूबर 2018 में रायपुर की कथा में पूज्य राजन जी ने इसे गाया है।✴️
सखि हे दूल्हा के भरि आँखी देख लेहु ना
जइसन पहुना हमार वइसन कतहु केहू ना
कच घुंगरारे ऊपर मौर्या सवारे
नयन कजरारे अधर अरुनारे
भाल तिलक विषाल सोहे अंग पहुना
जइसन पहुना हमार वइसन कतहु केहू ना
सखि हे दूल्हा के भरि आँखी देख लेहु ना
आनन पे कोटि कोटि चन्द्रमा जडल बा
लागत बा मुर्तिया ई अपने गढ़ल बा
अति सूंदर अनंग लेकिन अइसन सेहुना
जइसन पहुना हमार वइसन कतहु केहू ना
स्वर्ग से सौगुन नीक धरतिया
जहवा बिराजे अइसन मोहिनी मुर्तिया
इनका समता में आवे रवि शशि पहुना
जइसन पहुना हमार वइसन कतहु केहू ना
सखि हे दूल्हा के भरि आँखी देख लेहु ना
जइसन पहुना हमार वइसन कतहु केहू ना
कइसे कइसे अइले इहवा नेवता न पतिया
बनके प्रताप विश्वामित्र के संघतिया
बक्सर वाले बाबा जी के ध्न्यवाद देहु न
जइसन पहुना हमार वइसन कतहु केहू ना
सखि हे दूल्हा के भरि आँखी देख लेहु ना
जइसन पहुना हमार वइसन कतहु केहू ना
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