भजन लिरिक्स : हरि बोल मेरी रसना
भजन :-
व्यर्थ बिताती है क्यों जीवन
इस मुख मंदिर में पड़ी पड़ी ||
हरि बोल मेरी रसना घड़ी घड़ी ||
जाग उठे तेरी ध्वनि सुनकर
जाग उठे तेरी ध्वनि सुनकर
इस काया की कड़ी कड़ी
हरि बोल मेरी रसना घड़ी घड़ी ||
व्यर्थ बिताती है क्यों जीवन
व्यर्थ बिताती है क्यों जीवन
इस मुख मंदिर में पड़ी पड़ी ||
हरि बोल मेरी रसना घड़ी घड़ी ||
नित्य निकाल राम नाम धुन
नित्य निकाल राम नाम धुन
स्वास स्वास पर लड़ी लड़ी ||
हरि बोल मेरी रसना घड़ी घड़ी ||
बरसा दे हरिनाम सुधा रस
बरसा दे प्रभु नाम सुधा रस
बिंदु बिंदु से झड़ी झड़ी ||
हरि बोल मेरी रसना घड़ी घड़ी ||
व्यर्थ बिताती है क्यों जीवन
इस मुख मंदिर में पड़ी पड़ी ||
हरि बोल मेरी रसना घड़ी घड़ी ||
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