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Lyrics Raghav Lalan Tere Komal Charan

Prembhushan Ji Mahraj

राघव ललन  तेरे कोमल चरण 
कही कंकरिया गढ़ नहीं जाय 

नव राजीव चरण अरुनारी 
खेलन बिनु पानही न पधारे 

नीरज नयन मोद मंगल अयन 
लाल तेरी लेती बलाय 
राघव ललन  तेरे कोमल चरण 
कही कंकरिया गढ़ नहीं जाय 

रबि कर उदित शीश नहीं छाडे 
बदन निरख सर सुजस सकुचाहीं 
सूरज किरण परे असरन शरण 
कहु मुखड़ा नहीं कुम्लाह 

राघव ललन  तेरे कोमल चरण 
कही कंकरिया गढ़ नहीं जाय 

लालन यही आंगन मिल खेलो 
कल बल बचन तोतले बोले 
चितवन चपल चाल मंजुल मचल 
देखि सुषमा सरस सरसाय 

राघव ललन  तेरे कोमल चरण 
कही कंकरिया गढ़ नहीं जाय 

खेलन को अब दूरी न जाओ 
ठुमुक ठुमक पग नाच दिखाओ 
सूंदर सूयन देव बरसे सुमन 
दास गिरधर बलि बलि जाय 

राघव ललन  तेरे कोमल चरण 
कही कंकरिया गढ़ नहीं जाय 





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