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❇️ ई शरीरिया राउर हउवे भगवान बाबूजी ❇️

राजन जी महराज भजन लिरिक्स

भजन 

इ शरीरया राउर 
हउवे भगवान बाबू जी 

पल पल राखी एकर
नीमने से ध्यान बाबू जी 
इ शरीरया राउर 
हउवे भगवान बाबू जी 

ऐके मल मल  नहवाई 
एहमे इत्र फुलेल लगाई 
लख चौरासी में बनाई 
आपन पहिचान बाबू जी 

इ शरीरया राउर 
हउवे भगवान बाबू जी 

माई बाबू रउवा के दिहले 
बदला में कुछु न लिहले 
उनकी चरनन में लगवले रही 
ईमान बाबू जी 

इ शरीरया राउर 
हउवे भगवान बाबू जी 

इ ह  जन्म जन्म के पूंझी 
ऐके सस्ता नहीं बूझी 
ऐके  धारण कइनी 
करुणा निदान बाबू जी 

इ शरीरया राउर 
हउवे भगवान बाबू जी 

ऐके निर्मल स्वच्छ बनाई 
एहमे कचरा जन पहुंचाई 
इ ह धरती के 
अद्भुत सामान बाबू जी 

इ शरीरया राउर 
हउवे भगवान बाबू जी 

आपन जीवन सफल बनाई 
संसिआ संसिआ पे  हरि गन गाई 
एही से मिल जइह 
श्री भगवान  बाबू जी 

इ शरीरया राउर 
हउवे भगवान बाबू जी 

पल पल राखी एकर
नीमने से ध्यान बाबू जी 
इ शरीरया राउर 
हउवे भगवान बाबू जी 

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