Lyrics ना जाने कौन से गुण पर दयानिधि रीझ जाते है | राजन जी महराज
Bhajan Lyrics : ना जाने कौन से गुण पर दयानिधि रीझ जाते है Singer : राजन जी महराज न जाने कौन से गुण पर दयानिधि रीझ जाते है नहीं स्वीकार करते है निमंत्रण नृप सुयोधन का विदुर के घर पहुंच कर भोग छिलको का लगते है न जाने कौन से गन पर दयानिधि रीझ जाते…