पकड़ लो बाँह रघुराई , नहीं तो डूब जाएँगे भजन by राजन जी महराज
राजन जी महराज भजन लिरिक्स पकड़ लो बाँह रघुराई , नहीं तो डूब जाएँगे डगर ये अगम अनजानी , पथिक मै मूड अज्ञानी संभालोगे नही राघव , तो कांटे चुभ जाएँगे पकड़ लो बाँह रघुराई , नहीं तो डूब जाएँगे नहीं बोहित मेरा नौका , नहीं तैराक मै पक्का कृपा का सेतु बंधन हो ,प्रभु हम खूब आएँगे पकड़ लो…