कृष्ण भजन
तर्ज: मोहन से दिल क्यों लगाया है
गायक : देवी चित्रलेखा जी
मैंने सहारे छोड़ दिए
बस तेरा सहारा बाकी है
मुझे चाह नही दुनिया भर की
बस तेरा नज़ारा काफी है
मैंने सहारे छोड़ दिए
बस तेरा सहारा बाकी है
तेरी चाहत में जग छूट गया
पर तू मुझसे क्यों रूठ गया
मै डूब रहा भवसागर में
मै डूब रहा भवसागर में
बस आना तुम्हारा बाकी
मैंने सहारे छोड़ दिए
बस तेरा सहारा बाकी है
मैंने जबसे तुम्हारा नाम लिया
इस जग ने बहुत इलज़ाम दिया
जब तूने मुझे यूँ थम लिया
जब तूने मुझे यूँ थम लिया
बस मेरा गुज़ारा बाकी है
मैंने सहारे छोड़ दिए
बस तेरा सहारा बाकी है
मैंने तेरे लिए ही जोग लिया
और छोड़ जगत का भोग दिया
रो रो बुलाना काम मेरा
रो रो बुलाना काम मेरा
बस आना तुम्हारा बाकी
मैंने सहारे छोड़ दिए
बस तेरा सहारा बाकी है
मैंने सहारे छोड़ दिए
बस तेरा सहारा बाकी है
मुझे चाह नही दुनिया भर की
बस तेरा नज़ारा काफी है
मैंने सहारे छोड़ दिए
बस तेरा सहारा बाकी है