भये प्रगट कृपाला दीनदयाला भजन लिरिक्स राजन जी महराज द्वारा

भये प्रगट कृपाला दीनदयाला भजन लिरिक्स राजन जी महराज द्वारा

भये प्रगट कृपाला राम भजन भगवान श्रीराम के जन्म के समय गाए जाने वाले भावों को व्यक्त करता है। इसमें श्रीराम के अद्भुत रूप, उनकी करुणा और दीनदयालुता की स्तुति की गई है। साथ ही उनके जन्म से कौसल्या माता के हृदय में उमंग और खुशी का वर्णन है।

भये प्रगट कृपाला, दीनदयाला, कौसल्या हितकारी।
हरषित महतारी, मुनि मनहारी, अद्भुत रूप विचारी।।

लोचन अभिरामा, तनु घनश्यामा, निज आयुध भुजचारी।
भूषन बनमाला, नयन विशाला, शोभासिंधु खरारी।।

कह दुइ कर जोरी, अस्तुति तोरी, केहि विधि करौं अनंता।
माया गुन ग्याना, अति अभिमाना, वेद पुरान भनंता।।

करुणा सुखसागर, सब गुणआगर, जेहि गावत श्रुति साता।
सो मम हित लागी, जन अनुरागी, भयऊ प्रगट श्रीरामा।।

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