उमग नाम नदिया नहाले मनवा
राजन जी महराज भजन लिरिक्स
भजन
उमग नाम नदिया नहाले मनवा
उमग नाम नदिया नहाले मनवा
नहाले मनवा , नहाले मनवा
शीतल निर्मल नाम नदी जल
शीतल निर्मल नाम नदी जल
जन्म की तपन बुझा ले मनवा
उमग नाम नदिया नहाले मनवा
लख चौरासी भरमत थाके
हियरा के थकन मिटाले मनवा
उमग नाम नदिया नहाले मनवा
जग कंटक बन घायल पग भये
कटवा के चुभन मिटा ले मनवा
उमग नाम नदिया नहाले मनवा
अब करील जीवन पतझर बिच
हियमधुमन ही सज़ा ले मनवा
उमग नाम नदिया नहाले मनवा
अब नहाले मनवा , हे नहाले मनवा
उमग नाम नदिया नहाले मनवा