बहुत ही सुंदर भजन जिसे सुनकर और गाकर मन प्रफुलित हो जाता है
अइसन सुंदर देहिया बार बार ना मिली भजन लिरिक्स
मुर्ख जिया भज राम सिया
अइसन सुंदर देहियाँ बार-बार ना मिली,
बिना भजन के
नैया भव से पार ना लगी ,
जिंदगी के आस
नइखे , कईला भजनीया ,
माया के बाजार
में एक दिन छुटी जाई दुनिया ,
राम नाम के
दिया , बारा अपने हिया ,
कबहू जीवन पथ
में अंधियार न मिली ,
बिना भजन के
नैया भव से पार न लगी ,