ज़ीवन ख़तम हुआ तो, जीने का ढंग आया। अद्भुत भजन। Jeevan khatam Hua to Jeene Ka Dhang aya Bhajan By Rajan Ji mahraj

 Jeevan khatam Hua to Jeene Ka Dhang aya 

 ज़ीवन ख़तम हुआ तोजीने का ढ़ंग आया

✴️ पूज्य राजन जी द्वारा गाया हुवा ये भजन- ज़ीवन ख़तम हुआ तो, जीने का ढंग आया, एक बहुत ही अद्भुत चेतावनी भजन है। करना था सब है बाकी, जो किया नही था करना। समझ में ये बात तब आती है जब पास में समय नही रहता। इस भजन को पूज्य राजन जी ने ग्रा- बेरूवारबारी, बलिया, उत्तर प्रदेश की श्री रामकथा में गाया है जो मार्च 2018 में हुई थी। इस भजन की रचना आदरणीय श्री नत्था सिंह जी ने की है। ✴️

।। This Is A Very Beautiful BHAJAN. Now This Bhajan Is Sung By Pujya Rajan Ji Maharaj In Sri Ram Katha Held In VILL- BERUWAR BAARI, BALLIA, UTTAR PRADESH In The Year 2018. This Bhajan Is Written By SRI NATTHA SNGH JI


ज़ीवन ख़तम हुआ तो, जीने का ढ़ंग
आया
,

जब शम्मां बुझ गई तो, महफ़िल में रंग आया,

ज़ीवन ख़तम हुआ तो, जीने का ढ़ंग आया,


मन की मशीनरी ने, तब चलना ठीक सीखा,

जब इस बूढ़े तन के, पुरज़े में जंग आया,

ज़ीवन ख़तम हुआ तो, जीने का ढ़ंग आया,

गाड़ी चली गई तब, घर से चला मुसाफ़िर,
मायूस हाथ
मलता
, वापस वो रंग आया,
ज़ीवन ख़तम
हुआ तो
, जीने का ढ़ंग आया,


फुर्सत के
वक़्त में फिर
, सुमिरण  का वक़्त आया,
उस वक़्त
वक़्त माँगा
, जब वक़्त तंग आया,
ज़ीवन ख़तम
हुआ तो
, जीने का ढ़ंग आया,

जीवन खतम
हुआ तो
, जीने का ढंग आया,
जब शम्मा
बुझ गयी तो
, महफ़िल में रंग आया,
ज़ीवन ख़तम
हुआ तो
, जीने का ढ़ंग आया,



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