Lyrics : हर ख़ुशी मिल जाएगी तुझे , चरणों में झुक जाने के बाद
भजन : राजन जी महराज
हर ख़ुशी मिल जाएगी तुझे , चरणों में झुक जाने के बाद |
कुछ नहीं बिगड़े गए तेरा , हरि शरण आने के बाद ||
प्रेम की मंज़िल के राही , कष्ट पाते है मगर |
प्रेम की मंज़िल के राही , कष्ट पाते है मगर ||
बीज फलता है सदा , मिट्टी में मिल जाने के बाद
कुछ नहीं बिगड़े गए तेरा , हरि शरण आने के बाद ||
देख कर काली घटा को , ऐ भवर मत हो निराश |
बंद कलिया भी खिलेगी , रात ढल जाने के बाद ||
कुछ नहीं बिगड़े गए तेरा , हरि शरण आने के बाद …..
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